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आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी का विशिष्ट योगदान www.thinkwithniche.inban site
इस साल भारत ब्रिटिश शासन से अपनी आजादी के 75 साल 75th Anniversary Of Independence पूरे करेगा। भारत की स्वतंत्रता देश के उन अविस्मरणीय वीरों के अथक प्रयासों का परिणाम है जिन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राण भी न्यौछावर कर दिए। सबने अपने अपने तरीके से आज़ादी के संग्राम में अपनी भूमिका निभायी और भारत को आजाद कराने में अपना योगदान दिया । ऐसी ही एक अमर आत्मा जिसे लोग राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कहते है ।
महात्मा गांधी जी का मानना था कि हिंसा से जीतने के लिए हिंसा नहीं बल्कि अहिंसा का मार्ग चुनना चाहिए। गांधी जी ने अहिंसा और सत्य Truth and Non-violence को हिंसा के खिलाफ लड़ने के लिए दो सबसे अहम हथियार बताया। असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, चंपारण आंदोलन जैसे स्वतंत्रता आंदोलनों के माध्यम से वह हमेशा मानवाधिकारों के लिए खड़े रहे। बापू ना सिर्फ पिछड़ी पीढ़ी के लिए बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी अपनी विचारधारा की वजह से एक सच्ची प्रेरणा है। बापू ने यह सीख दी है कि अहिंसा, सत्य, और सहिष्णुता समाज कल्याण के सबसे बड़े हथियार हैं।
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posted by thinkwithniche 2 years ago
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